India

May 02 2024, 19:15

कोविशील्ड वैक्‍सीन से कितना खतरा? भारत में 90 प्रतिशत लोगों ने ली है एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन*
#covishield_what_are_the_risks_side_effects_of_corona_vaccine एक समय था जब कोरोना महामारी के बीच लोग वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जब वैक्सीन आई तो बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन भी हुआ। हालांकि कई बार कोरोना वैक्सीन से होने वाले प्रभावों को लेकर सवाल उठते रहे। इस बीच अब ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से कुछ दुर्लभ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस खुलासे के बाद कोरोना की वैक्सीन लेने वाले लोगों के मन में कई सवाल पैदा हो गए। *भारत में इसी फॉर्मूले से कोवीशील्ड बनी* एस्ट्राजेनेका के इस खुलासे के बाद भारत में भी इसकी चर्चा शुरू हो गई। दरअसल, एस्ट्राजेनेका का जो फॉर्मूला था उसी से भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड वैक्सीन बनाई। भारत में सबसे पहली कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड है। भारत में बड़े पैमाने पर ये वैक्सीन लगाई गई है। जिसके बाद लोग डरा हुआ महसूस कर रहे हैं। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि यह एस्ट्राजेनेका के कोविड वैक्सीन का एक दुर्लभ दुष्प्रभाव है, और इसके लाभ जोखिम से कहीं अधिक हैं। *दो-ढाई साल बाद साइड इफेक्ट का कोई खतरा नहीं* ICMR के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को लेकर कहा कि इसका साइड इफेक्ट टीका लेने के अधिकतम तीन से चार हफ्तों तक ही हो सकता है। वह भी केवल दुर्लभ मामलों में ही। भारत में कोविशील्ड के करोड़ों डोज लगाए गए हैं लेकिन न के बराबर मामलों में ही साइड इफेक्ट देखने को मिला। उनकी ओर से कहा गया है कि वैक्सीन लगवाने के दो-ढाई साल बाद साइड इफेक्ट का कोई खतरा नहीं है और इससे बेवजह डरने की जरूरत नहीं। *दस लाख लोगों में केवल सात या आठ लोगों को ही खतरा* ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि वैक्सीन के लॉन्च होने के 6 महीने के अंदर टीटीएस को एडेनोवायरस वेक्टर वैक्सीन के एक साइड इफेक्ट के रूप में पहचाना गया था। इस वैक्सीन की समझ में कोई नया चेंज नहीं है। उनकी ओर से कहा गया कि यह समझने की जरूरत है कि टीका लगवाने वाले दस लाख लोगों में केवल सात या आठ लोगों को ही खतरा है। *भारत में सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला* हालांकि, भारत में भी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। एक वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट की जांच के लिए मेडिकल एक्सपर्ट का पैनल बनाया जाए। इस पैनल में ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) दिल्ली के एक्सपर्ट भी हों। पैनल की अध्यक्षता AIIMS के डायरेक्टर करें और जांच की निगरानी का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के पास हो। एक्सपर्ट पैनल इस बात की जांच करे कि कोवीशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हैं क्या? अगर हैं तो वो कितने गंभीर हैं? वैक्सीन लगाने के बाद किसी को गंभीर नुकसान पहुंचा हो या जान गई हो तो केंद्र को निर्देश दिए जाएं कि वो ऐसे लोगों को हर्जाना देने के लिए वैक्सीन डैमेज पेमेंट सिस्टम बनाए। बता दें कि ब्रिटेन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने माना है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से खतरनाक साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटेन की अदालत में पहली बार माना है कि कोविड-19 की उसकी वैक्सीन से टीटीएस जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। टीटीएस यानी थ्रोम्बोसइटोपेनिया सिंड्रोम शरीर में खून के थक्के जमने की वजह बनती है। इससे पीड़ित व्यक्ति को स्ट्रोक, हृदयगति थमने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

India

May 02 2024, 16:40

खरगे ने फिर पीएम मोदी को लिखा पत्र, बोले-आप और आपके मंत्री कर रहे चीनियों का तुष्टिकरण

#mallikarjun_kharge_again_wrote_letter_pm_modi 

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगातार दूसरे गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 7 मई को लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भाजपा उम्मीदवारों को पत्र लिखने के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को फिर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में खरगे ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर पीएम मोदी से बहस करने की मांग की है। साथ ही खड़गे ने चिठ्ठी में लिखा- आपने एनडीए के सभी उम्मीदवारों को पत्र लिखकर बताया है कि उन्हें वोटरों से क्या बात करनी है। चिट्ठी के लहजे से लगता है कि आपमें बहुत हताशा और चिंता है। यह आपको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है, जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देती।

पीएम मोदी के पत्र का हवाला देते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में लिखा कि पत्र के कंटेट और लहज़े से ऐसा लगता है कि आप बहुत ही ज़्यादा हताश और निराश हो गए हैं। यही कारण है कि आप ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो प्रधानमंत्री पद की गरिमा के बिलकुल विपरीत है। पत्र से ऐसा लग रहा है कि आप अपने भाषणों में जो झूठ बोल रहे हैं उसका उस तरह से प्रभाव पड़ता हुआ आपको नहीं दिख रहा है जैसा आप चाहते थे। यही कारण है कि अब आप चाहते हैं कि आपके उम्मीदवार भी आपकी झूठी बातों को आगे बढ़ाएं। एक झूठ को हज़ार बार बोलने से वह सच नहीं बन जाता है प्रधानमंत्री जी।

हमने आपको और गृह मंत्री को यह कहते सुना है कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। पिछले 10 वर्षों में हमने जो एकमात्र तुष्टिकरण नीति देखी है, वह है आपके और आपके मंत्रियों द्वारा चीनियों का तुष्टिकरण। आप आज भी चीन को 'घुसपैठिए' कहने से इनकार करते हैं, बल्कि 19 जून, 2020 को आपने गलवान में 20 भारतीय सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान का अपमान करते हुए कहा था, "ना कोई घुसा है, ना ही कोई घुस आया है"। आपने चीन को जो 'क्लीन चिट' दी है उसने भारत के पक्ष को कमज़ोर कर दिया है और चीन को और अधिक आक्रामक बना दिया है। यहां तक कि अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड में एलएसी के पास बार-बार चीनी घुसपैठ और सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के कारण तनाव बढ़ गया है। भारत में चीनी सामानों का आयात भी काफ़ी बढ़ गया है - सिर्फ़ पिछले 5 वर्षों में 54.76% की वृद्धि हुई है और 2023-24 में 101 बिलियन डॉलर को पार कर गया। 

मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए आरक्षण के मुद्दे का भी खंडन किया। अपने पत्र में आपने लिखा है कि एससी, एसटी और ओबीसी से आरक्षण छीन लिया जाएगा और "हमारे वोट बैंक" को दे दिया जाएगा। हमारा वोट बैंक हर भारतीय है- गरीब, हाशिए पर रहने वाले लोग, महिलाएं, महत्वाकांक्षी युवा, श्रमिक वर्ग, दलित और आदिवासी। हर कोई जानता है कि यह आरएसएस-बीजेपी ही है जिसने 1947 से लगातार आरक्षण का विरोध किया है। हर कोई यह भी जानता है कि आरएसएस-बीजेपी आरक्षण को समाप्त करने के लिए संविधान को बदलना चाहती है। आपके नेताओं ने इस बारे में खुलकर बात की है। आपको यह स्पष्ट करना चाहिए कि आप हमारे संविधान के अनुच्छेद 16 के अनुसार एससी, एसटी और ओबीसी को उनकी जनसंख्या के आधार पर आरक्षण का विरोध क्यों करते हैं। 

कांग्रेस अध्यक्ष ने “धन पुनर्वितरण” नीतियों के उनके आरोपों को लेकर भी पीएम मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अपने पत्र में कहा है कि लोगों की मेहनत की कमाई छीन ली जाएगी। यहां, मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि आप अपनी पार्टी को गुजरात में गरीब दलित किसानों से ठगे गए और इलेक्टोरल बांड के रूप में दिए गए 10 करोड़ रुपए वापस करने का निर्देश दें। आपकी पार्टी ने चंदा दो-धंदा लो, ठेका लो-घूस दो, हफ्ता वसूली और फर्जी कंपनियों जैसे तरीक़ों से विभिन्न कंपनियों से "अवैध और असंवैधानिक इलेक्टोरल बांड के माध्यम से 8,250 करोड़ रुपए एकत्र किए। 8,250 करोड़ में से, आप कम से कम 10 करोड़ रुपए दलित परिवार को तो वापस कर ही सकते हैं।

India

May 02 2024, 16:39

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाई, पहले प्रमुखता से दी गई थी जगह

 भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन के सर्टिफिकेट में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने कोविन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटा दी है। इससे पहले उनकी तस्वीर को प्रमुखता से जगह दी गई थी और लिखा गया था- 'साथ मिलकर, भारत कोरोना को हरा देगा।' एक तरह से सरकार ने टीकाकरण के श्रेय पीएम मोदी को दिया था। कुछ लोगों का दावा है कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा यूके की अदालत में इसके साइड इफेक्ट्स की बात कबूल करने के बाद यह कदम उठाया गया है।

कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के तौर पर थ्रोम्बोसिस के साथ थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) की चर्चा के बाद लोग कोविन ऐप पर अपने टीकाकरण का स्टेटस चेक कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें वहां पीएम मोदी की तस्वीर देखने को नहीं मिली। अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। एक्स संदीप मनुधाने ने कहा, "मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आएंगे। बस जांचने के लिए डाउनलोड किया है। उनकी तस्वीर चली गई है।" इरफ़ान अली ने खुद को कांग्रेस का पदाधिकारी बताते हुए लिखा, “हां, मैंने अभी चेक किया और पीएम मोदी की तस्वीर गायब हो गई है। उनकी तस्वीर के बजाय केवल क्यूआर कोड है।”

इस मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का बयान सामने आया है। विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को 'दिप्रिंट' को बताया कि मौजूदा लोकसभा चुनावों को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर वैक्सीन सर्टिफिकेट से हटा दिया गया है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी की तस्वीर कोविड टीकाकरण सर्टिफिकेट से हटाई गई हो।

इससे पहले साल 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी तस्वीर हटा दी गई थी। चुनाव आयोग के आदेश पर यह कदम उठाया गया था।

वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर छापने को लेकर 2021 में विवाद छिड़ गया था। यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंचा था। इसके विरोध में कहा गया था कि अन्य देशों में पीएम की तस्वीर नहीं छपी है। इसके जवाब में न्यायमूर्ति पीवी कुन्हिकृष्णन ने कहा था, "उन्हें अपने प्रधानमंत्रियों पर गर्व नहीं हो सकता है, हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है।"

गुजरात कांग्रेस ने की मुआवजे की मांग

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया है। कांग्रेस ने मांग की है कि जिन लोगों की कोरोना वायरस के खिलाफ कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद दिल का दौरा पड़ा या किसी दूसरे कारण से मौत हो गई, उनके परिजनों को इसकी जांच करानी चाहिए। उन्हें मुआवजा दिया जाए।

India

May 02 2024, 15:44

T20 विश्व कप के लिए पाकिस्तान टीम का ऐलान, कौन खिलाड़ी बनेगा भारत की जीत में रोड़ा! देखें पूरी लिस्टp


टी20 विश्व कप 2024 के लिए आज पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपना 15 सदस्यीय टीम का स्क्वाड जारी कर दिया है। बाबर आजम एक बार फिर से टीम की कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे। तेज गेंदबाज हारिस राउफ की काफी समय के बाद टीम में वापसी हुई है। वहीं एक बार फिर से तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और ऑलराउंडर इमाद वसीम टीम के लिए खेलते दिखाई देंगे। पाकिस्तान टीम की गेंदबाजी इस बार काफी मजबूत दिखाई दे रही है। संन्यास वापस लेने के बाद मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम की टीम में वापसी से टीम काफी मजबूत हो गई है। आयरलैंड और इंग्लैंड के साथ होने वाली सीरीज से पहले पीसीबी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पाकिस्तान टीम का ऐलान किया है। पाकिस्तान सुपर लीग में कमाल का प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम हो विश्व कप के लिए चुना गया है। इसके अलावा हारिस राउफ और हसन अली की भी टीम में वापसी हुई है। न्यूजीलैंड के साथ खेली गई 5 मैचों की टी20 सीरीज से पहले ही पाक टीम की कमान बाबर आजम के हाथों में सौप दी गई थी। जिसके बाद अब फिर से आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में बाबर पाक टीम के कप्तान होंगे। टी20 विश्व कप के लिए पाक टीम बाबर आजम (कप्तान), अबरार अहमद, आजम खान, फखर जमान, हारिस रऊफ, हसन अली, इफ्तिखार अहमद, इमाद वसीम, मोहम्मद अब्बास अफरीदी, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद इरफान खान, नसीम शाह, सैम अयूब, सलमान अली आगा , शादाब खान, शाहीन शाह अफरीदी, उस्मान खान।

India

May 02 2024, 15:43

T20 विश्व कप के लिए पाकिस्तान टीम का ऐलान, कौन खिलाड़ी बनेगा भारत की जीत में रोड़ा! देखें पूरी लिस्ट

टी20 विश्व कप 2024 के लिए आज पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपना 15 सदस्यीय टीम का स्क्वाड जारी कर दिया है। बाबर आजम एक बार फिर से टीम की कप्तानी करते हुए दिखाई देंगे। तेज गेंदबाज हारिस राउफ की काफी समय के बाद टीम में वापसी हुई है।

वहीं एक बार फिर से तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और ऑलराउंडर इमाद वसीम टीम के लिए खेलते दिखाई देंगे। पाकिस्तान टीम की गेंदबाजी इस बार काफी मजबूत दिखाई दे रही है। संन्यास वापस लेने के बाद मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम की टीम में वापसी से टीम काफी मजबूत हो गई है।

आयरलैंड और इंग्लैंड के साथ होने वाली सीरीज से पहले पीसीबी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पाकिस्तान टीम का ऐलान किया है। पाकिस्तान सुपर लीग में कमाल का प्रदर्शन करने वाले मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम हो विश्व कप के लिए चुना गया है। इसके अलावा हारिस राउफ और हसन अली की भी टीम में वापसी हुई है। न्यूजीलैंड के साथ खेली गई 5 मैचों की टी20 सीरीज से पहले ही पाक टीम की कमान बाबर आजम के हाथों में सौप दी गई थी। जिसके बाद अब फिर से आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में बाबर पाक टीम के कप्तान होंगे।

टी20 विश्व कप के लिए पाक टीम

बाबर आजम (कप्तान), अबरार अहमद, आजम खान, फखर जमान, हारिस रऊफ, हसन अली, इफ्तिखार अहमद, इमाद वसीम, मोहम्मद अब्बास अफरीदी, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद इरफान खान, नसीम शाह, सैम अयूब, सलमान अली आगा , शादाब खान, शाहीन शाह अफरीदी, उस्मान खान।

India

May 02 2024, 15:30

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में लगातार लग रहे फिलिस्तीन के सपोर्ट में नारे, अब तक 300 से अधिक अरेस्ट, बढ़ता जा रहा आंदोलन

अमेरिका को यूं तो इजरायल का समर्थक माना जाता है, लेकिन वहां के विश्वविद्यालयों में इन दिनों फिलिस्तीन के सपोर्ट में नारे गूंज रहे हैं। इजरायल के खिलाफ आंदोलन और तेज हो गए। इसके चलते न्यूयॉर्क से लेकर लॉस एंजिलिस तक तमाम विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पुलिस को बुलाना पड़ गया। फिलिस्तीन समर्थक आंदोलनकारियों ने कई जगहों पर कब्जा जमा लिया था और हटने के लिए तैयार ही नहीं थे। अंत में पुलिस की मदद से उन्हें कई जगहों पर हटाना पड़ा। अब तक 300 लोगों को अकेले न्यूयॉर्क में ही अरेस्ट भी किया जा चुका है।

न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने कहा कि सिटी कॉलेज ऑफ न्यूयॉर्क और कोलंबिया यूनिवर्सिटी से मंगलवार की रात को 300 लोगों को अरेस्ट किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी की एक इमारत को खाली कराया, जिसे बीते दो दिनों से फिलिस्तीन समर्थकों ने घेर रखा था। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया में भी पुलिस ने सख्त ऐक्शन लिया। पुलिस यहां बुधवार को सुबह पहुंची और भीड़ को बाहर किया। दरअसल एक तरफ इजरायल के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं तो वहीं उसके समर्थक भी अब सड़कों पर उतर रहे हैं। इसके चलते अमेरिका में हिंसा होने का भी डर है। इसी के चलते अब जाकर प्रशासन मुस्तैद हो गया है। 

अमेरिका की ही तुलाने यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ऐरिजोना में भी ऐसा ही हालात रहे हैं। एरिजोना यूनिवर्सिटी में तो पुलिस को स्प्रे छिड़कना पड़ गया ताकि आंदोलनकारी तितर-बितर हो जाएं। इसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग डटे रहे। कई लोगों ने तो साफ कहा कि हम ऐक्शन के बाद भी पीछे नहीं हटेंगे। इन लोगों का कहना था कि अमेरिका में बोलने की आजादी है। हमें आंदोलन से रोका नहीं जा सकता। बता दें कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन के चलते इजरायल से भी उसके संबंध खराब हो रहे हैं। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले दिनों कहा था कि अमेरिका में तो अब इजरायल की बर्बादी के नारे लग रहे हैं। इन लोगों को बाइडेन सरकार रोक नहीं पा रही।

India

May 02 2024, 15:17

लोकसभा चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले PM मोदी ने एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को लिखी चिट्ठी, कहा- नई सरकार में...

लोकसभा चुनाव के बीच और विदिशा सीट पर वोटिंग से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और विदिशा से बीजेपी के उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखी है। इस पत्र में प्रधानमंत्री ने बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान के संगठनात्मक क्षमताओं से लेकर प्रदेश के कई बार मुख्यमंत्री रहने और उनके राजनीतिक अनुभव का जिक्र किया है। इस पत्र में उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की जमकर तारीफ की है। वहीं, इस पत्र को लेकर शिवराज ने भी पीएम के प्रति आभार जताया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ''मेरे साथी कार्यकर्ता शिवराज सिंह चौहान जी, आपको यह पत्र लिखते हुए आशा करता हूं कि आप कुशल मंगल से होंगे। छात्र राजनीति से ही आपकी संगठनात्मक क्षमताओं से लेकर चार बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में आपका विशाल राजनीतिक अनुभव रहा है। आपके कार्यकाल में मध्य प्रदेश बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकल कर देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हुआ है.''

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे लिखा, ''जिस प्रकार आपने राज्य में सकारात्मक विकास किया, महिलाओं, बच्चों और युवाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया, आज यही कारण है कि मध्य प्रदेश की जनता आपको अपने परिवार का हिस्सा मानकर आपको अपने 'मामाजी' कहकर सम्मान देते हैं. कृषि और उससे सम्बंधित क्षेत्रों में आपके दूरदर्शी नीतियों ने मध्य प्रदेश में किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन किया है. चाहे वह विज्ञान के साथ उत्पादन को आधुनिक बनाने के लिए संस्थानों की स्थापना करना हो, उपज के प्रभावी मार्केटिंग के लिए नए आयामों को स्थापित करना हो, विकास-संबंधी कार्यों में स्वयं सहायता समूहों को शामिल करना हो, पशु हॉस्टल स्थापित करना हो या किसानों के सशक्तिकरण के लिए प्रभावशाली कार्यक्रम शुरु करना हो- जब कृषि की बात आती है, तो आप एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में उभरे हैं.''

प्रधानमंत्री ने ये भी कहा, ''विदिशा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से आपका लगातार पांच बार चुने जाना, प्रदेश के लोगों की सेवा करने की आपकी प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि एक बार फिर आप उनकी आवाज़ और पक्ष को संसद के माध्यम से देश के समक्ष रखेंगे. मुझे विश्वास है कि संसद में आप जनता जनार्दन का भरपूर आशीर्वाद लेकर आएंगे और नई सरकार में हम सब एक साथ मिलकर देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे. आप जैसे ऊर्जावान साथी मुझे संसद में मजबूती प्रदान करेंगे. आपके लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं व कार्यकर्ताओं से मैं विनम्र भाव से कहना चाहता हूं कि यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है''. 

पीएम ने लिखा, ''यह चुनाव हमारे वर्तमान और उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का एक सुनहरा अवसर है. यह चुनाव पांच-छह दशकों के कांग्रेस के शासन काल में हमारे परिवार और परिवार के बुजुगों ने जो कष्ट सहे हैं, उनसे मुक्ति पाने का अहम क्षण है. पिछले एक दशक के दौरान समाज के हर वर्ग के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हुए देशवासियों की अनेक कठिनाइयों को दूर किया गया है. बीजेपी को मिलने वाला हर वोट एक मजबूत सरकार बनाने और वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने के प्रयासों को गति देने वाला मत है. चुनाव के पहले दो चरणों के उत्साहजनक रुझान बताते हैं कि भारत की जनता इस चुनाव में हमारे इस विजन को समर्थन देने का मन बनाकर आगे बढ़ रही है.'' 

पीएम मोदी ने ये भी कहा, "मैं आपसे कांग्रेस पार्टी और उसके इंडी अलायंस के विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण उद्देश्यों के विरुद्ध मतदाताओं को जागरूक करने का आग्रह करता हूं. उनका इरादा एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों से आरक्षण छीनकर अपने वोटबैंक को देना है, भले ही धर्म के आधार पर आरक्षण असंवैधानिक है. वे लोगों की मेहनत की कमाई को छीनकर अपने वोटबैंक को देने पर तुले हुए हैं. कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वे 'विरासत कर' जैसे खतरनाक विचारों का समर्थन करेंगे. इन्हें रोकने के लिए देश को एकजुट होना ही होगा."

लोकसभा चुनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और विदिशा से बीजेपी के उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने पत्र को लेकर पीएम मोदी के प्रति आभार जताया है। कहा है कि आज पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी पर विदिशा-रायसेन लोकसभा क्षेत्र की जनता के साथ पूरा देश ही भरोसा कर रहा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि इस बार 400 पार के संकल्प को पूरा करने के लिए जनता का साथ जरूर मिलेगा

India

May 02 2024, 15:13

प्रवासियों की बात करते-करते चीन से भारत-जापान की तुलना करने लगे राष्ट्रपति बाइडन, विवाद बढ़ने की आशंका हुई प्रबल

 अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अपने बयानों के कारण अक्सर काफी सुर्खियों में रहते हैं। अब एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया, जिससे विवाद बढ़ सकता है। दरअसल, प्रवासियों का जिक्र करते हुए बाइडन ने भारत-जापान की तुलना चीन से कर दी। उन्होंने कहा कि चीन, भारत और जापान में जेनोफोबिया यानी प्रवासियों के प्रति डर है, इसलिए इन देशों का आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है। साथ ही उन्होंने तर्क दिया कि प्रवासन संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है।

अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। ऐसे में राष्ट्रपति बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों नेता एक दूसरे से आगे निकलने के लिए एक दूसरे पर वार-पलटवार करते रहते हैं। इस बीच, राष्ट्रपति चुनाव के लिए फंड जुटाने वाले एक कार्यक्रम में बाइडन ने कहा, 'हमारी अर्थव्यवस्था क्यों बढ़ रही है इसका एक कारण आप और कई अन्य लोग हैं।' उन्होंने कहा कि हम इसलिए आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि हम प्रवासियों का स्वागत करते हैं। 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन आर्थिक रूप से इतनी बुरी तरह क्यों पिछड़ रहा है। जापान को क्यों समस्या हो रही है, रूस और भारत को क्यों हैं, क्योंकि वे जेनोफोबिक हैं। वे प्रवासियों को नहीं चाहते हैं। अप्रवासी ही हमें मजबूत बनाते हैं।

बाइडन का बयान अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पिछले महीने के पूर्वानुमान को लेकर आया है। दरअसल, आईएमएफ का कहना था कि प्रत्येक देश साल 2023 की तुलना में 2024 में अपनी वृद्धि में गिरावट देखेगा। जापान में 0.9 फीसदी से लेकर भारत में 6.8 फीसदी तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका 2.7 फीसदी की दर से बढ़ेगा, जो 2023 में 2.5 फीसदी से थोड़ा ज्यादा होगा।

कई सर्वेक्षणों से पता चला है कि नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले कई अमेरिकी मतदाताओं के बीच प्रवासन एक बड़ी चिंता का विषय रहा है। जो बाइडन ने प्रवासन पर अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के रुख की निंदा की है क्योंकि उनके प्रशासन ने जापान और भारत सहित देशों के साथ व्यापक आर्थिक और राजनीतिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया है।

India

May 02 2024, 15:12

कर्नाटक में राजनीतिक भूचाल, डीके शिवकुमार ने कहा, 'भाजपा-जेडीएस महिलाओं का सम्मान करती हैं तो पीड़ित महिलाओं से मिलें'

कर्नाटक के राजनीतिक गलियारे में भूचाल आ गया है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना से जुड़े कई अश्लील वीडियो सामने आए हैं। इसी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब पेन ड्राइव स्कैंडल मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने जेडीएस और भाजपा को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा और जेडीएस के नेताओं के मन में महिलाओं के लिए कोई सम्मान हैं तो उन्हें कथित अश्लील वीडियो मामले के पीड़ितों से मिलना चाहिए। 

शिवकुमार ने जेडीएस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर उनके भतीजे और हासन सांसद प्रज्ज्वल से जुड़े विवाद को लेकर निशाना साधा। शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि कुमारस्वामी और भाजपा नेता महिला सशक्तिकरण के बारे में बहुत बातें करते हैं। अगर जेडीएस और भाजपा वास्तव में महिलाओं का सम्मान करते हैं तो उन्हें पीड़ितों का साथ देना चाहिए। 

कुमारस्वामी के 'पेन ड्राइव के पीछे एक महानायक था' बयान पर उन्होंने कहा, 'हमारे पार्टी प्रवक्ता ने विस्तार से बताया है कि पेन ड्राइव के संबंध में देवराजे गौड़ा ने किससे मुलाकात की थी। देवराजे गौड़ा ने भाजपा नेताओं को पत्र लिखने के अलावा इस बारे में कुमारस्वामी से मुलाकात भी की थी। हमें ऐसी घटिया राजनीति का सहारा लेने की कोई जरूरत नहीं है। मैं इस बारे में बाद में बात करूंगा।

बुधवार को एचडी कुमारस्वामी ने उपमुख्यमंत्री शिवकुमार, उनके भाई और कांग्रेस नेता डीके सुरेश पर हासन सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर कार्तिक को मलेशिया भेजने और भारी संख्या में अश्लील वीडियो जारी करने का आरोप लगाया था। इसमें कथित तौर पर 2,900 से अधिक सेक्स वीडियो शामिल हैं।

कुमारस्वामी ने कहा था, 'कल एक ड्राइवर कार्तिक ने वीडियो जारी किया था। उसने कहा था कि उसने इसे देवराजे गौड़ा को दिया था, किसी अन्य को नहीं। लेकिन महान नेता ने कहा है कि कुमारस्वामी ने इसे जारी किया होगा। वह ड्राइवर कार्तिक कहां है और उसने वह वीडियो कहां से भेजा है। पहले उस कार्तिक को वापस आने दो।

कुमारस्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि पेन ड्राइव जारी करने के पीछे डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश का हाथ है। कुमारस्वामी ने शिवकुमार पर सार्वजनिक रूप से वीडियो प्रसारित करने की साजिश रचने और फिर मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आरोप लगाया।

India

May 02 2024, 14:57

प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट नोटिस, यौन उत्पीड़न मामले में लटक रही गिरफ्तारी की तलवार

#lookout_notice_issued_against_hasan_mp_prajwal_revanna

कर्नाटक में जेडी(एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण मामले की जाँच कर रही एसआईटी ने उन्हें लुकआउट नोटिस जारी किया है।यह नोटिस दुनिया भर के सभी इमिग्रेशन प्वाइंट्स पर जारी किया गया है। इससे पहले एसआईटी ने उनको पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था। प्रज्वल रेवन्ना वर्तमान में विदेश में हैं।इस बीच सूबे के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संकेत दिया है कि अगर प्रज्वल और उसके पिता एचडी रेवन्ना, गुलबर्गा में पूछताछ के लिए एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि प्रज्वल रेवन्ना के विदेश चले जाने की जानकारी मिलते ही लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. हमने सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों को लुकआउट नोटिस के बारे में सूचित कर दिया है. उन्होंने कहा, एसआईटी के सदस्य कानूनी राय ले रहे हैं कि आरोपियों को समय दिया जाए या नहीं

प्रज्वल पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा के पोते और पूर्व मंत्री एच.डी. रेवन्ना के बेटे हैं। उन्होंने जेडी (एस) के टिकट पर इस बार भी हासन से चुनाव लड़ा है। चुनाव से ठीक पहले, सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में कथित तौर पर प्रज्वल से जुड़ी वीडियो और तस्वीरें वायरल हुईं, जिसके बाद कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी के अनुरोध पर कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया। जिसके बाद यौन शोषण के आरोपों पर बनाई गई एसआईटी ने देश के सभी एयरपोर्ट, समुद्री पोर्ट और सीमाओं पर उनकी तलाश के लिए यह लुकआउट नोटिस जारी किया है।

इससे पहले एसआईटी ने ने उन्हें यौन शोषण के मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। हालाँकि, उन्होंने इसका जवाब एक पत्र से दिया था कहा था कि वह अपना बचाव अपने वकील के माध्यम से करेंगे। उनके वकील ने सात दिन का समय माँगा था। इस पर एसआईटी ने कहा कि 24 घंटे से अधिक समय देने का प्रावधान नहीं है

प्रज्वल रेवन्ना हासन में मतदान के बाद बेंगलुरु से जर्मनी चले गए थे। इस मुद्दे के तूल पकड़ने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने इस मामले में एसआईटी जाँच के आदेश दिए थे। जेडीएस ने भी प्रज्वल को पार्टी से निलंबित कर दिया है। प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ जाँच के लिए महिला आयोग ने भी पत्र लिखा था।